बच्चे के जन्म के बाद योनीमे संक्रमण के कारण व्रण हो जाए और उसमे दर्द हो तब कैसा उपचार करे और साथ ही प्रसव के बाद पेट में आँवल रह जाए तो क्या उपचार करें? इनके आलावा हम यहाँ मक्क्ल नामक रोग का उपचार भी जानने का प्रयास करेंगे।
प्रसव के बाद मां की देखभाल करना और उसकी समस्याओं का इलाज करना अनिवार्य हो जाता है। मां बच्चे की अच्छी देखभाल तभी कर सकती है जब वह बीमारी से मुक्त हो। ऐसी परिस्थितियों में माँ की देखभाल करना ही एकमात्र प्राथमिकता होनी चाहिए और ये जरुरी भी है।
अक्सर जब एक गर्भवती महिला बच्चे को जन्म देती है, तो बच्चे के जन्म के दौरान इस्तेमाल होने वाले उपकरण जीवाणुरहित नहीं होते हैं, या जब दाई के हाथ साफ नहीं होते हैं, तो योनि में संक्रमण महसूस किया जा सकता है, जिससे माँ को प्रसूत रोग नामकी बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।
इस भाग में हम प्रसूत रोग के बाद होने वाली समस्याओं, रोग के लक्षण, उसके उपचार आदि पर चर्चा करेंगे।